यह मेरे बदन की खुशबू है
यह मेरे बदन की खुशबू है
हो न हो
तुमने चुराई है
महक रहे तुम हर रात
मेरे खयालों में आकर
मैं कैसे लूं
अपनी खोई चीज
अपने ख्यालों में वापिस कि
मेरे ख्वाबों पर तुमने
अपनी कलियों की सेज सजाई
है।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001