यश तुम्हारा भी होगा
जब नीयत हो साफ ।
तभी किस्मत बदलेगी ।
नीयत,कर्म, बुरे हुए ।
विधि उसी क्षण ।
अपना पासा पलटेगी ।
रंक से राजा कोई हो जाए ।
न जाने कब कौन क्या बन जाए ।
मेहनत, लगन उसकी ही रंग लाए।
जो तल्लीनता से लक्ष्य को पाने में डूब जाए ।
सफल इंसान की एक ही पहचान।
उसके अंदर विनम्रता झलकेगी ।
संस्कार,अनुशासन, सरलता उसको महान बनाएगी ।
हो अगर हौंसले बुलंद ।
भले ही तुम्हे न करें कोई पसंद ।
गिरते, उठते चलते चलो ।
एक दिन उस चीटी की तरह ।
तुम्हारी भी एकाग्रता, कोशिश मंजिल की कदम चुमेगी ।
कर जवानी को खाक कौन आगे बढा है ।
ईश्वर भी मदद उसी की करते जो कुछ पाने को अङा है ।
जो भी उठा है, जवानी से उठा है।
उत्साह, साहस,उत्तेजना ।
रहती युवावस्था में प्रबल ।
जिसने बढाए सही मार्ग पर कदम।
वही होता है सफल ।
जब अपने कदम ये जवानी ।
गलत रास्ते की ओर मोङेगी ।
सच्ची कहता हूं वह उम्र भर भटकेगी ।
वर्तमान से ही बने भविष्य ।
जो भी इसको नष्ट करेगा ।
उसको अपने बङे बुजुर्गो का कथन याद आएगा ।
पढ-लिख कामयाब बनो बेटा ।
नही तो मेरी तरह तूभी पछताएगा।
मैने तो अपना वक्त गंवा दिया ।
पर तू मेरे इतना नही झेल पाएगा।
यू आंखे वक्त बीतने पर आँसू बहाएगी ।
कोई नही तेरे काम आएगा ।
अगर तू अपना स्तर खुद गिराएगा।
कोई न तुमको देखेंगे ।
घर-परिवार सभी तुमको कोसेंगे।
अगर आप अपने उज्ज्वल भविष्य को लेकर न सोचेंगे ।
गलत कहूं तो थप्पड़ मारो ।
सही कहूं तो खुद को सुधारो ।
देखना मेरी बात को अगर समझ गए ।
तुम्हारा भी सितारा एक दिन चमकेगा ।
सबकी सोच तुमको लेकर बदलेगी ।
सारी नजरे सिर्फ तुमको ही देखेगी ।
आने वाली नस्ल,पीढी ।
आदर्श मानने तुमसे कुछ सीखेगी।
शादी तुम्हारी जिससे होगी ।
वो भी कितनी खुशनसीब होगी ।
गर्व हो उसे तुम पर ।
जो है तुम्हारी हमसफर ।
प्यार बना रहे एक-दूसरे से ।
कभी वो बैठ न जाए रूठकर ।
पहले कतार मे सफल लोग खड़े है ।
कुछ उस राह पर निकल पड़े है ।
दुनिया उनको चाहेगी ।
जो अपने मातृभूमि, देश का सम्मान दिग्दिगंत फैलाएगा ।
नतमस्तक हो सभी उनके सम्मुख सम्मान का भान कराएगा ।
भगवान् इंसान ही है केवल उसके गुण आ जाएं ।
कहे आनंद हो करबद्ध ।
आलस को त्यागकर।
कमर कसकर बांधकर ।
जो भी कदम बढाएगा ।
एक दिन निश्चित ही वो विजेता कहलाएगा ।