मौन
मौन की भी अपनी, एक भाषा होती है.
समझता कौन है ,सब उतावलेपन में हैं.
मौन को प्रवेश के लिए स्थान चाहिए,
सब लबालब भरे पडे़ है, बस वही नहीं.
एक कहावत है, एक चुप, सौ सुख.
एक मौन आपको प्रबुद्ध बना देता है.
भौतिक बदलाव जो निसर्ग से जुड़े है.
भला उनसे, आपके अलावा बचावे कौन.
दूसरों पर नजर , आपके संताप का द्वार है.
यह मालूम भी सिर्फ़ आपको है, दूसरे जानते तक नहीं