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14 Sep 2021 · 1 min read

मौजूदा दौर में

झूठ से बड़ा सच
कुछ भी नहीं!
लूट से बड़ा सच
कुछ भी नहीं!
ऐसा लगता कि
मौजूदा दौर में
फूट से बड़ा सच
कुछ भी नहीं!

Language: Hindi
215 Views
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