मोहे हिंदी भाये
पैंट शर्ट चश्मा टाई में,
इत उत डोलूँ,
बचपन में दिल करता था,
अंग्रेजी बोलूं।
थैंक यू,सॉरी,शटअप,
व्हाट, बट, व्हाई,क्वेरी।
सब देखें तारीफ करें,
खुब जम कर मेरी।
मर मर कर के सीख लिया,
अंग्रेजी बकना।
लेकिन रहा व्यक्तित्व,
हो जैसे खग बिन पखना।
बच्चों की तालीम हुई,
इंग्लिश पठशाला।
उनकी अंग्रेजी जैसे,
कोई लंदन वाला।
बड़ा हुआ तो पता चला,
निज भाषा अच्छी।
इंग्लिश भले हो नीक मगर,
हिंदी है सच्ची।
कविता मेरी शान जो,
सुर और लय में गाये।
अब जब इंग्लिश आती तो,
मोहे हिंदी भाये।