मैं बुलाऊं तो तुम आओगे ना,
मैं बुलाऊं तो तुम आओगे ना,
अगर कभी तुम रूठ गए मुझसे,
मैं मनाऊं तो मान जाओगे ना।
बातें बहुत करती हूं मैं माना मैंने मगर,
कभी कुछ नहीं कहूं तो भी समझ जाओगे ना।
अगर रख लूं तुम्हारे कांधे पर सर मैं अपना,
तो मेरी उलझी लटें सुलझाओगे ना।
अब तो तस्वीर से मन भरता नहीं तेरी,
ख्वाबों में ही सही लेकिन तशरीफ लाओगे ना।
हम तो मोहब्बत करते हैं दिलो जान से,
तुम भी ऐसे ही प्यार निभाओगे ना।
कुछ नहीं चाहती तुमसे मैं और पर,
इतना कह दो कि तुम भी मेरे हो जाओगे ना।