Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Nov 2023 · 1 min read

मैं फक्र से कहती हू

मै फक्र से कहती हूं ,
मेरे पास भी दोस्त है,
अंधेरी रातो मे खड़ा मेरा प्यार है,
मुझे रोशनी देता वह चाँद है ।।

हाँ मै चाँदनी नहीं,
मैं तो फूल हू जिसे पाने उसने
काटो से रिश्ता जोड़ा है ।
मेरे पास दोस्तों की महफिल नही
मेरा दोस्त ही मेरी महफिल है
चाँदनी रात मे खड़ा है
मेरे साथ चलता है
बेशक मेरे पास नही ,
उसकी रोशनी की कारणों से मुझे लपेटता है।

मै भी फक्र से कहती हु ,
मैं भी चाँद से दोस्ती रखती हू
मैं उसके साथ नही ,
मगर उसके खुशबु से टकराती हु।
नौशाबा जिलानी सुरिया

2 Likes · 147 Views

You may also like these posts

सेनेटाइज़र~जिंदगी
सेनेटाइज़र~जिंदगी
bhandari lokesh
भूले से हमने उनसे
भूले से हमने उनसे
Sunil Suman
मर्यादा
मर्यादा
लक्ष्मी सिंह
दर्द जब इतने दिये हैं तो दवा भी देना
दर्द जब इतने दिये हैं तो दवा भी देना
सुशील भारती
अंधभक्तों से थोड़ा बहुत तो सहानुभूति रखिए!
अंधभक्तों से थोड़ा बहुत तो सहानुभूति रखिए!
शेखर सिंह
जय महादेव
जय महादेव
Shaily
सोच ही सोच में
सोच ही सोच में
gurudeenverma198
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
🎋🌧️सावन बिन सब सून ❤️‍🔥
🎋🌧️सावन बिन सब सून ❤️‍🔥
डॉ० रोहित कौशिक
*सौ वर्षों तक जीना अपना, अच्छा तब कहलाएगा (हिंदी गजल)*
*सौ वर्षों तक जीना अपना, अच्छा तब कहलाएगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
3179.*पूर्णिका*
3179.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■जे&के■
■जे&के■
*प्रणय*
सोलह श्रृंगार कर सजना सँवरना तेरा - डी. के. निवातिया
सोलह श्रृंगार कर सजना सँवरना तेरा - डी. के. निवातिया
डी. के. निवातिया
कवियों का अपना गम
कवियों का अपना गम
goutam shaw
"मेरी कहानी"
Dr. Kishan tandon kranti
आग जो रूह को जलाती है...
आग जो रूह को जलाती है...
पंकज परिंदा
कृष्ण कन्हैया
कृष्ण कन्हैया
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मन का भाव
मन का भाव
Mahesh Jain 'Jyoti'
गलत बात को सहना भी गलत बात होती है,
गलत बात को सहना भी गलत बात होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चन्द्रयान तीन क्षितिज के पार🙏
चन्द्रयान तीन क्षितिज के पार🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
उम्मीदें रखना छोड़ दें
उम्मीदें रखना छोड़ दें
Meera Thakur
बातें कल भी होती थी, बातें आज भी होती हैं।
बातें कल भी होती थी, बातें आज भी होती हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माँ
माँ
Dr Archana Gupta
किसी भी बात की चिंता...
किसी भी बात की चिंता...
आकाश महेशपुरी
मुखड़े पर खिलती रहे, स्नेह भरी मुस्कान।
मुखड़े पर खिलती रहे, स्नेह भरी मुस्कान।
surenderpal vaidya
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
Mamta Singh Devaa
पैसा
पैसा
Poonam Sharma
.*यादों के पन्ने.......
.*यादों के पन्ने.......
Naushaba Suriya
#दिनांक:-19/4/2024
#दिनांक:-19/4/2024
Pratibha Pandey
Loading...