मैं ख्वाबों को संजोकर अपना घर बनाता हूँ
मैं ख्वाबों को संजोकर अपना घर बनाता हूँ
अपनी हर राह का तुझे हमसफ़र बनाता हूँ
तू बहता समुन्द्र है मुझे तुझ में रम जाना है
किया खुद से जो वादा आज तुझे बताना है
तेरे संग किये वादें को मैं निभाउंगा
अगर तू रूठ जायेगी तुझे मनाऊंगा
अपनी चलती सांसो की कसम है,मुझको
अंतिम क्षण तक मैं तेरा साथ निभाउंगा
भूपेंद्र रावत
17।04।2020