मैं क्या करता
मैं क्या करता
उसकी
दोस्ती से
साजिशों की
बू आ रही थी
उससे
पीछा न
छुङाता तो
क्या करता
भले ही
वह आज
मुझे
बेवफा कहे
-विनोद सिल्ला
मैं क्या करता
उसकी
दोस्ती से
साजिशों की
बू आ रही थी
उससे
पीछा न
छुङाता तो
क्या करता
भले ही
वह आज
मुझे
बेवफा कहे
-विनोद सिल्ला