मेरे सपनों का देश
जहां न कोई
ऊंच-नीच हो
जहां न कोई
जात-पात!
जहां न कोई
भेद-भाव हो
जहां न कोई
छूत-छात!!
हमें चाहिए
ऐसा देश!
हमें चाहिए
ऐसा समाज!
जहां न कोई
लूट-मार हो!
जहां न कोई
दंगा-फसाद!!
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#जनवादीगीत