Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2022 · 1 min read

मेरे गुरु

एक माटी के पुतले को, तुमने इंसान बनाया
धन्य धन्य गुरु महिमा तेरी, जिन ईश्वर शीश झुकाया
पहली गुरु मां है मेरी, जिनने जगत दिखाया
बड़े प्यार से जिनने मुझको पहला शब्द सिखाया
दूजे गुरु पिता है मेरे, जिनने चलना सिखलाया
उनके ही संरक्षण में मैंने ,अपना व्यक्तित्व बनाया
दादा दादी नाना नानी ने, किस्से बहुत सुनाएं
मेरे कोमल मन में अमिट, हुए मन भाए
बढ़ा हुआ स्कूल गया ,गुरु ने पाठ पढ़ाया
नए नए पाठों से उनने, मेरा ज्ञान बढ़ाया
धर्म और अध्यात्म सभी ,मैंने उनसे ही पाया
उनके उच्च आदर्शों ने, मेरा जीवन महकाया
जो भी हूं मैं आज यहां पर, श्रम है मात पिता का
मेहनत और आदर्श गुरु के, नहीं भूलने पाया
नमन गुरु हे मात पिता ,तुम से ही सब कुछ पाया
एक माटी के पुतले को, तुमने इंसान बनाया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 242 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
बसंत हो
बसंत हो
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Image of Ranjeet Kumar Shukla
Image of Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
मां रा सपना
मां रा सपना
Rajdeep Singh Inda
कलरव में कोलाहल क्यों है?
कलरव में कोलाहल क्यों है?
Suryakant Dwivedi
शहर में बिखरी है सनसनी सी ,
शहर में बिखरी है सनसनी सी ,
Manju sagar
💐प्रेम कौतुक-306💐
💐प्रेम कौतुक-306💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
इंसान भीतर से यदि रिक्त हो
इंसान भीतर से यदि रिक्त हो
ruby kumari
पुरानी ज़ंजीर
पुरानी ज़ंजीर
Shekhar Chandra Mitra
बारिश की बूंदों ने।
बारिश की बूंदों ने।
Taj Mohammad
कभी नहीं है हारा मन (गीतिका)
कभी नहीं है हारा मन (गीतिका)
surenderpal vaidya
हार हमने नहीं मानी है
हार हमने नहीं मानी है
संजय कुमार संजू
बिजलियों का दौर
बिजलियों का दौर
अरशद रसूल बदायूंनी
#dr Arun Kumar shastri
#dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
और तुम कहते हो मुझसे
और तुम कहते हो मुझसे
gurudeenverma198
“तड़कता -फड़कता AMC CENTRE LUCKNOW का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम” (संस्मरण 1973)
“तड़कता -फड़कता AMC CENTRE LUCKNOW का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम” (संस्मरण 1973)
DrLakshman Jha Parimal
" चुस्की चाय की संग बारिश की फुहार
Dr Meenu Poonia
योग
योग
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
सिर्फ चलने से मंजिल नहीं मिलती,
सिर्फ चलने से मंजिल नहीं मिलती,
Anil Mishra Prahari
2395.पूर्णिका
2395.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गुरुवर तोरे‌ चरणों में,
गुरुवर तोरे‌ चरणों में,
Kanchan Khanna
मन के झरोखों में छिपा के रखा है,
मन के झरोखों में छिपा के रखा है,
अमित मिश्र
सामाजिक रिवाज
सामाजिक रिवाज
Anil "Aadarsh"
विश्व रंगमंच दिवस पर....
विश्व रंगमंच दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
चांद से सवाल
चांद से सवाल
Nanki Patre
क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए
क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए
Shweta Soni
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
Neelam Sharma
नये गीत गायें
नये गीत गायें
Arti Bhadauria
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
Buddha Prakash
*भाता है सब को सदा ,पर्वत का हिमपात (कुंडलिया)*
*भाता है सब को सदा ,पर्वत का हिमपात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
प्रेम के रंग कमाल
प्रेम के रंग कमाल
Mamta Singh Devaa
Loading...