मेरी वाणी
मेरी वाणी
….. “चुभ जाती है बातें कभी
तो कभी लहजे मार जाते हैं”…..
तो क्या भावनाओं के तार भी टूट जाते हैं?…..
#।।जो अपनत्व से जुड़े हों वह किन्हीं चुभती बातों
और लहजों के मोहताज नहीं होते।।#
#seematuhaina
मेरी वाणी
….. “चुभ जाती है बातें कभी
तो कभी लहजे मार जाते हैं”…..
तो क्या भावनाओं के तार भी टूट जाते हैं?…..
#।।जो अपनत्व से जुड़े हों वह किन्हीं चुभती बातों
और लहजों के मोहताज नहीं होते।।#
#seematuhaina