मेरी बात अलग
तेरे मेरी बात अलग।
अपनी वो मुलाकात अलग।
आँसू की जो दी है तूने
मुझ को वो ,सौगात अलग।
हम जो मिले ,एक दूजे से।
अपने वो हालात अलग।
बिछड़ के हमने, जो देखी है
रब की वो ,करामात अलग।
जो बरसी दोनो के नैनो से।
सुलगती वो बरसात अलग।
एक नही जो हो पाये।
तेरे मेरे वो ,ज्जबात अलग।
Surinder kaur