मेरी पतवार भी तू , मेरा साहिल भी तू, मेरी मंजिल भी तू
मेरी पतवार भी तू , मेरा साहिल भी तू, मेरी मंजिल भी तू
एक तुझसे ही मेरी कोशिशों का समंदर हो रहा रोशन
मेरा हमसफ़र भी तू , मेरे प्रयासों का समंदर भी तू
एक तुझसे ही मेरे प्रयासों का कारवाँ हो रहा रोशन
मेरी हर एक जीत में तू , मेरी हर एक हार में भी तू
एक तुझसे ही मेरी खुशियों का कारवाँ हो रहा रोशन
मेरे हर एक सुख में भी तू , मेरे हर एक दुःख में भी तू
एक तुझसे ही मेरी जिन्दगी का हर एक पल हो रहा रोशन
मेरे गीतों में भी तू , मेरी गज़लों में भी तू
एक तुझसे ही मेरी कलम हो रही रोशन
मेरे विचरों के बहाव में भी तू , ठहराव में भी तू
एक तुझसे ही मेरे विचारों का समंदर हो रहा रोशन
मेरे ज़ख्मों में मरहम है तू , मेरे ज़ख्म भी तू
एक तुझसे ही मेरी काबिलियत का परचम हो रहा रोशन
मेरे ग़मों में भी तू , मेरी खुशियों में भी तू
एक तुझसे ही मेरी जिन्दगी का हर पल हो रहा रोशन
मेरी पतवार भी तू , मेरा साहिल भी तू, मेरी मंजिल भी तू
एक तुझसे ही मेरी कोशिशों का समंदर हो रहा रोशन
मेरा हमसफ़र भी तू , मेरे प्रयासों का समंदर भी तू
एक तुझसे ही मेरे प्रयासों का कारवाँ हो रहा रोशन