#मेरी दोस्त खास है
#मेरी दोस्त खास है
#मेरी दोस्त खास है,
खास क्या खासमखास है।।
ना मैसेज, ना कॉल ही करते हैं,
फिर भी जानते हैं, हम कैसे बात करते है ?
न कभी मिलना होता है, न साथ ही घूमते है,
स्टेटस के जरिए ही हाल-चाल मालूम कर लेते है।
यदा-कदा जब दिल उदास हो जाता है,
वीडियो कॉल उसका आ ही जाता है।।
#मेरी दोस्त खास है, खास क्या खासमखास है…..
और तब जुबां चुप, नजरें बोलती है,
दोस्त मेरी, पलकों के आशियाने को पढ़ लेती है।
जाने कौन सी डोर है जो आत्मा से जु़ड़ी है,
उथल-पुथल चल रही जो जीवन में, पता लगा ही लेती है।।
#मेरी दोस्त खास है, खास क्या खासमखास है…..
सीमा टेलर, छिम़पीयान लम्बोर, चुरू, राजस्थान