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2 May 2023 · 1 min read

मेरा चुप रहना मेरे जेहन मै क्या बैठ गया

मेरा चुप रहना मेरे जेहन मै क्या बैठ गया
इतनी आवाजे तुझे दी की गला बैठ जाए
यू नही है फकत मै ही उसे चाहता हु
जो भी उस पेड़ की छाव मै गया बैठ जाए
उसकी मर्जी जिसे वो पास बिठा ले अपने
इसमें क्या लड़ना फना मेरी जगह बैठ गया

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