मुलाक़ात….
मुलाक़ात….
बड़ी हसीन मुलाक़ात हो जाती है
…..जब शब् को बरसात हो जाती है
तैरती है छुअन लबों पर लबों की
…….लाज को लांघती रात हो जाती है
सुशील सरना
मुलाक़ात….
बड़ी हसीन मुलाक़ात हो जाती है
…..जब शब् को बरसात हो जाती है
तैरती है छुअन लबों पर लबों की
…….लाज को लांघती रात हो जाती है
सुशील सरना