Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Aug 2024 · 1 min read

मुरधर

मुरधर मत कर औरतौ , हीरा हंदी खांण।
महिमां गावै मांनवी, सुर मुनि करै बखांण।।

जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया…✍️

31 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यादों से निकला एक पल
यादों से निकला एक पल
Meera Thakur
ना जाने क्यों...?
ना जाने क्यों...?
भवेश
हिलोरे लेता है
हिलोरे लेता है
हिमांशु Kulshrestha
सैनिक का सावन
सैनिक का सावन
Dr.Pratibha Prakash
कभी कभी जिंदगी
कभी कभी जिंदगी
Mamta Rani
मजदूर
मजदूर
Preeti Sharma Aseem
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
प्रेमदास वसु सुरेखा
श्री कृष्ण भजन
श्री कृष्ण भजन
Khaimsingh Saini
कवि के हृदय के उद्गार
कवि के हृदय के उद्गार
Anamika Tiwari 'annpurna '
"लाचार मैं या गुब्बारे वाला"
संजय कुमार संजू
4624.*पूर्णिका*
4624.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वेलेंटाइन डे आशिकों का नवरात्र है उनको सारे डे रोज, प्रपोज,च
वेलेंटाइन डे आशिकों का नवरात्र है उनको सारे डे रोज, प्रपोज,च
Rj Anand Prajapati
"विश्ववन्दनीय"
Dr. Kishan tandon kranti
बो बहाता नहींं हैं वो पी लेता हैं दर्द में आंसुओ के समुद्र क
बो बहाता नहींं हैं वो पी लेता हैं दर्द में आंसुओ के समुद्र क
Ranjeet kumar patre
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
आर.एस. 'प्रीतम'
नारी सम्मान
नारी सम्मान
Sanjay ' शून्य'
■ नहीं बदले हालात...।
■ नहीं बदले हालात...।
*प्रणय*
अपना अनुपम देश है, भारतवर्ष महान ( कुंडलिया )*
अपना अनुपम देश है, भारतवर्ष महान ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
दोहा छंद भाग 2
दोहा छंद भाग 2
मधुसूदन गौतम
ఆ సమయం అది.
ఆ సమయం అది.
Otteri Selvakumar
फूल तितली भंवरे जुगनू
फूल तितली भंवरे जुगनू
VINOD CHAUHAN
चलो चाय पर करने चर्चा।
चलो चाय पर करने चर्चा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
चुनाव
चुनाव
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
एक दिया बहुत है जलने के लिए
एक दिया बहुत है जलने के लिए
Sonam Puneet Dubey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
Loading...