मुझे फिर सताने
मुझे कर इशारे लुभाने लगे है
निगाहों से अपने बुलाने लगे हैं
बहाने बना कर मुझे फिर सताने
सजन जी मेरे पास आने लगे हैं
– ‘अश्क़’
मुझे कर इशारे लुभाने लगे है
निगाहों से अपने बुलाने लगे हैं
बहाने बना कर मुझे फिर सताने
सजन जी मेरे पास आने लगे हैं
– ‘अश्क़’