मुक्तक _ चलें हम राह अपनी तब ।
💖
चलें हम राह अपनी तब , जलन करता ज़माना क्यूँ ?
वो आगे हम से चलने की, नहीं हिम्मत दिखाता क्यूँ ??
समझ को ‘नील’, समझो तुम, समझ से हैं परे दोनो ..
ज़रा बढ़ कर पकड़ लो हाथ, डर सबका बताता क्यूँ ??
✍नील रूहानी ,,17/06/24
( नीलोफ़र खान )