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24 Mar 2023 · 1 min read

मुक्तक

नफ़रतें दिल की मुहब्बत को जला देती है
ये तो रिश्तों की सदाक़त को जला देती है

चोरियाँ करते जो देखो न हिकारत से उन्हें
पेट की आग शराफत को जला देती है

प्रीतम श्रावस्तवी

Language: Hindi
162 Views
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