मुक्तक
ग़मों की स्याह रात में , चंद पलों की खुशियाँ
नवजीवन का आभास करा देती हैं
हो जाता है जिन्दगी का हर पल खुशनुमा
जीने की आस जगा देती हैं
ग़मों की स्याह रात में , चंद पलों की खुशियाँ
नवजीवन का आभास करा देती हैं
हो जाता है जिन्दगी का हर पल खुशनुमा
जीने की आस जगा देती हैं