मुक्तक
जब तेरे ह्रदय में , किसी व्यथा पर दया भाव जागने लगे
जब किसी का दर्द , तुझे अपना दर्द बन सताने लगे
जब किसी की ख़ुशी में तुम्हें ख़ुशी रास आने लगे
तब समझना , तुम करुणा के सागर हो गए हो |
जब तेरे ह्रदय में , किसी व्यथा पर दया भाव जागने लगे
जब किसी का दर्द , तुझे अपना दर्द बन सताने लगे
जब किसी की ख़ुशी में तुम्हें ख़ुशी रास आने लगे
तब समझना , तुम करुणा के सागर हो गए हो |