Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2020 · 1 min read

*मुक्तक*

जन्मों जन्म साथ निभाने, संग जीने मरने की कसमें तो बहुत से लोग खाते हैं !
मग़र दुनियावी रश्मों को बदलने की हिम्मत कुछ विरले ही जुटा पाते हैं !!

Language: Hindi
3 Likes · 5 Comments · 762 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ आह्वान करें...
■ आह्वान करें...
*Author प्रणय प्रभात*
गाँव की याद
गाँव की याद
Rajdeep Singh Inda
फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है
फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
“यादों के झरोखे से”
“यादों के झरोखे से”
पंकज कुमार कर्ण
जा रहा हूँ बहुत दूर मैं तुमसे
जा रहा हूँ बहुत दूर मैं तुमसे
gurudeenverma198
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
Keshav kishor Kumar
विश्वास करो
विश्वास करो
TARAN VERMA
मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं ,
मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं ,
Manju sagar
क्यू ना वो खुदकी सुने?
क्यू ना वो खुदकी सुने?
Kanchan sarda Malu
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*रेवड़ी आराम से, अपनों को बाँटी जा रही (मुक्तक)*
*रेवड़ी आराम से, अपनों को बाँटी जा रही (मुक्तक)*
Ravi Prakash
खुद में बदलाव की एक तमन्ना करिए
खुद में बदलाव की एक तमन्ना करिए
Dr fauzia Naseem shad
जो बीत गया उसकी ना तू फिक्र कर
जो बीत गया उसकी ना तू फिक्र कर
Harminder Kaur
सप्तपदी
सप्तपदी
Arti Bhadauria
गुलाब
गुलाब
Satyaveer vaishnav
# जय.….जय श्री राम.....
# जय.….जय श्री राम.....
Chinta netam " मन "
राह से भटके लोग अक्सर सही राह बता जाते हैँ
राह से भटके लोग अक्सर सही राह बता जाते हैँ
DEVESH KUMAR PANDEY
दुःख, दर्द, द्वन्द्व, अपमान, अश्रु
दुःख, दर्द, द्वन्द्व, अपमान, अश्रु
Shweta Soni
अभिव्यक्ति
अभिव्यक्ति
Punam Pande
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
Ms.Ankit Halke jha
लम्हा-लम्हा
लम्हा-लम्हा
Surinder blackpen
... बीते लम्हे
... बीते लम्हे
Naushaba Suriya
जड़ता है सरिस बबूल के, देती संकट शूल।
जड़ता है सरिस बबूल के, देती संकट शूल।
आर.एस. 'प्रीतम'
क्रोध
क्रोध
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ज़िंदगी के सौदागर
ज़िंदगी के सौदागर
Shyam Sundar Subramanian
Affection couldn't be found in shallow spaces.
Affection couldn't be found in shallow spaces.
Manisha Manjari
सागर
सागर
नूरफातिमा खातून नूरी
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
Dr. Man Mohan Krishna
Loading...