मुक्तक
१.
हम आएंगे … किसी दिन तुम से मिलने
फिर पूछेंगे क्या तुम्हें भी तंग किया है दिल ने
…पुर्दिल
२.
कैसे कहूं तेरे हिज्र का बादल कितना घनेरा है
जहां गिरे परछाईं तेरा वो अब फ़िरदौस मेरा है।
… पुर्दिल
१.
हम आएंगे … किसी दिन तुम से मिलने
फिर पूछेंगे क्या तुम्हें भी तंग किया है दिल ने
…पुर्दिल
२.
कैसे कहूं तेरे हिज्र का बादल कितना घनेरा है
जहां गिरे परछाईं तेरा वो अब फ़िरदौस मेरा है।
… पुर्दिल