मुक्तक
१.
क्यूँ पूछ कर तुम को बेजार करूँ
क्यूँ खुद को गम का तलबग़ार करूँ
तुम्हें फुरसत मिले तो बताजाना
अपना हाल खुद ही सुना जाना,
मुझ से भी मेरा हाल लेते जाना
तुम सूखे मेरे मन आंगन में
सावन सा आकर वरस जाना
…सिद्धार्थ
२.
सब को हंसता मुस्कुराता हुआ देखना चाहती हूँ
मेरी दीवानगी तो देख कि मैं ये क्या चाहती हूँ
कबूतरों के पहरे पर दिल्ली से बिल्ली को लगया गया है
मेरी दीवानगी तो देख बिल्ली में खुसूसियत खोजती हूँ ।
…सिद्धार्थ
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