मुक्तक
चेहरा
तेरे हाथ की हल्की सी थपकी भी हो,गहरा असर आता है
अब भी कई बार रोटी में,तेरे हाथों का स्वाद उतर आता है
दुनिया की नजर में हो सकता है ,तेरा वजूद न हो…माँ
जब भी देखता हूँ आईना, तेरा चेहरा नजर आता है…।
पंकज शर्मा
झालावाड
राजस्थान
चेहरा
तेरे हाथ की हल्की सी थपकी भी हो,गहरा असर आता है
अब भी कई बार रोटी में,तेरे हाथों का स्वाद उतर आता है
दुनिया की नजर में हो सकता है ,तेरा वजूद न हो…माँ
जब भी देखता हूँ आईना, तेरा चेहरा नजर आता है…।
पंकज शर्मा
झालावाड
राजस्थान