मुक्तक ( इंतिजार )
थोड़ा गुस्सा, थोड़ा शिकायत, थोड़ा तक़रार करता हूं ।
🌹मैं कल भी प्यार करता था और मैं आज भी करता हूँ ।।
ये वक्त ने दोनों के दरमियान दूरियां तो ला दी है पर
🌹मैं कल भी इंतिजार करता था और आज भी करता हूँ ।।
©® प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)