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30 Jun 2024 · 1 min read

मिलन

मिलन (धनुष वर्ण पिरामिड)

हो
जब
मिलन
हृदय को
खोल बोलना
मधुर बात हो
प्रिय मुलाकात हो
उर्मिल सागर हो
स्वर्ण आखर हो
रसमय हो
मधुमय
विरल
सुधा
हो।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 49 Views
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