*मिलना जग में भाग्य से, मिलते अच्छे लोग (कुंडलिया)*
मिलना जग में भाग्य से, मिलते अच्छे लोग (कुंडलिया)
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मिलना जग में भाग्य से ,मिलते अच्छे लोग
चार दिवस की जिंदगी ,होते शुभ संयोग
होते शुभ संयोग ,बिछड़ मिलते नर- नारी
पल दो पल आह्लाद ,जीव पाता संसारी
कहते रवि कविराय, सुमन दो दिन ज्यों खिलना
नश्वर जग निस्सार ,चार दिन होता मिलना
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 999761 5451