माना तुमको अभिव्यक्ति की आज़ादी है
माना तुमको अभिव्यक्ति की आज़ादी है
बोलना लिखना विचार प्रकट करने की आजादी है
इसका मतलब ये नहीं है कि,सारे जग में आग लगाओ
धर्म जाति और अंचल पर, भावनाओं को ठेस लगाओ
देश की एकता अखंडता संप्रभुता को चोट पहुंचाओ
ठप करदो कानून व्यवस्था,ला एवं आर्डर को धता बताओ?
आजादी की भी एक सीमा है, सीमा से बाहर न जाओ
कोई नहीं है देश से ऊपर, बंधु भूल न ऐंसी दोहराओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी