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21 Feb 2021 · 1 min read

मानव लीला

मानव की लीला मानव न समझें, तो फिर समझें कोय ।
औरन संग करे घात पे घात, आपुन संग होय सो रोये ।।

—- डां. अखिलेश बघेल —-
दतिया ( म. प्र. )

Language: Hindi
1 Like · 345 Views
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