मानवता का
दया के पावन भाव से
मानवता का श्रृंगार किया जाए
क्षमा के जैसे दान का
ह्रदय से सम्मान किया जाए
ईष्या,क्रोध,काम-वासना
भावनाओं को विराम दिया जाए
जीवन पतन के कारणों का
परित्याग किया जाए।
-डाॅ फौज़िया नसीम शाद
दया के पावन भाव से
मानवता का श्रृंगार किया जाए
क्षमा के जैसे दान का
ह्रदय से सम्मान किया जाए
ईष्या,क्रोध,काम-वासना
भावनाओं को विराम दिया जाए
जीवन पतन के कारणों का
परित्याग किया जाए।
-डाॅ फौज़िया नसीम शाद