मां मेरी
मां मेरी
———
मां मेरी
तुम न दिखो
तो लगता है
जीवन सूना- सूना ।
मां मेरी
जब तुम पास होती
तो रहता है
मेरा चेहरा खिला-खिला ।
मां मेरी
तेरा हाथ मेरे
सिर पर रहता है
तो हर गम दूर रहता है ।
मां मेरी
सदा रहो तुम पास
रोशन होती रहे
मेरी हर राह ।
– मुकेश कुमार ऋषि वर्मा