मां मेरी
मां
आप रहना सुरक्षित तो ही
रह सकूंगा मैं जीवित
बचाये रखना खुद को
जीवन की राह में आती
तमाम बाधाओं से
तभी मैं बड़ा होकर
एक वट वृक्ष सा होकर विकसित
आपको सहारा दूंगा असीमित
मेरा और आपका रिश्ता है
दो दिल और उनमें धड़कती
एक धड़कन सा
मां मेरी इस दुनिया में बस एक
न कोई दूसरा उसके नूर सरीखा।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001