माँ
माँ के लिए जीतना लिखु वो कम है..
प्यार जीतना भी मिले कहूँगा कम है..
माँ की ममता निःस्वार्थ इक जन्नत है
दुआ में परिस्थिति बदलने का दम है..
मेरी तू जान है फिर क्यू आँखे नम है..
तेरा ही शाया हूं माँ तू है तो ही हम है..
माँ का ही प्यार गणित का फार्मूला है..
जिसमे तेरी ममता विषम नहीं सम है..
© प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)