माँ
माँ की ममता कितनी प्यारी,
कितनी न्यारी होती है।
तेरे ही चरणों में माता,
दुनियां सारी होती है।।
माँ कि ममता—–
तेरे कारण ही मिलता है,
जग में आने का अवसर।
नाम से तेरे ही है मिलता,
बंदे को बंदा परवर।।
दुनियां की हर बाधा कटती,
दूर बिमारी होती है।
तेरे ही चरणों में माता,
दुनियां सारी होती है।।
माँ कि ममता—–
चिंता मेरी हर पल तुझको,
कितना ध्यान मेरा रखती।
करती प्यार दुलार मुझे तू,
कितना मान मेरा रखती।।
जब तक मुझको नींद न आती,
माँ तब तक नहीं सोती है।।
तेरे ही चरणों में माता,
दुनियां सारी होती है।।
माँ कि ममता—–
तेरा हर इक दर्द हो मेरा,
ऐसा पूत सपूत बनूँ।
श्रवण जैसा कर्म हो मेरा,
तेरा ऐसा पूत बनूँ।।
मै भी ढोऊँ तूझको ऐसे,
जैसे मुझको ढोती है।
तेरे ही चरणों में माता,
दुनियां सारी होती है।।
माँ कि ममता—–
कवि गीतकार : हरेन्द्र प्रसाद यादव “फ़कीर”
संपर्क सूत्र : 9999883402