माँ दुर्गा
कई दुर्गाओं को आज
मैंने हाथ फैलाए
दुर्गा के सामने ही
खड़ी होकर लोगों से
भीख मांगते देखा है ;
आज दुर्गा शायद
कमजोर पड़ गई है,
जो पेट की भूख
मिटाने के लिए
दूसरों के आगे
घुटने टेक रही है;
आज दरअसल हमें
दुर्गा की प्रतिमा नहीं
बल्कि वास्तव दुर्गा की
पूजा करनी चाहिए और
उनमें शक्ति की ज्योति
जलानी चाहिए ताकि
दुर्गा अपने साथ पुरी
समाज को शक्तिशाली
बनाकर सबको दुर्गा की
असली अर्थ समझा सके ।