माँ की पुकार
वीर नवयुवक !
माँ के रक्षार्थ,
हो जा तैयार !
चल रे चल
निकल-निकल
सुन, जननी की पुकार !
सामने संकट कराल
शपथ ले तू एक बार
जाग तू अशेष बार
कर तू सदा प्रतिकार
सुन, जननी की पुकार !
सामने यदि मौत खड़ी है
उनकी चिंता क्यों पड़ी है ?
तू तो मस्त शेर है
हाथ में शमशेर है
सावधानी से कर वार
सुन, जननी की पुकार !