महसूस
तुम क्या जानो मेरे
दिल को तुम्हारी
कौन सी बात
चूभ गई है,
बेखबर सी रहती हो
फुर्सत नहीं है
किस कदर परेशान हूँ
तुम्हारी बेअदबी से,
अब कैसे कटेगी
यह बेजान जिंदगी
तुम्हारी जरूरत तो है
मगर क्या तुम
महसूस करती हो
जिंदगी में तुम्हारी
मेरी मौजूदगी?