महक माटी के बोली के…
रहे त्योहार कवनो लोग रसगर गीत गावेला,
सुने केहू तऽ मिसिरी से जियादा स्वाद पावेला।
केहू परदेश में बोले खुशी से झूमि जाला मन,
महक माटी के बोली के सदा अमरित बनावेला।
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 08/11/2021
रहे त्योहार कवनो लोग रसगर गीत गावेला,
सुने केहू तऽ मिसिरी से जियादा स्वाद पावेला।
केहू परदेश में बोले खुशी से झूमि जाला मन,
महक माटी के बोली के सदा अमरित बनावेला।
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 08/11/2021