मयखाने
इन मयखानो की शोख अदाओं से..
इन मयखानो की शोख अदाओं से हमें ना रिझा ,
जरा पलट कर देख,
तेरे इस मंदिर की दीवार पर हम पूजें जाते हैं,
यह कश,
जाम,
शराब,
कबाब….. सब हमारे लबों से लगे हैं
इन सब से तो हमारा पुराना रिश्ता है….. जनाब
….तू कहता है बराबरी कर लू….
चल आ….
चल आ….
जरा छोड़कर तो बता
उमेन्द्र कुमार