मन की बात और अफारे में पाद
कुछ आदमियों के व्यक्तित्व इतने सनसनीखेज होता है,
उन्हें अपनी हांकने से ही फुरसत नहीं रहती.
न उन पर पद की गरिमा का कोई असर होता.
उन्हें बस समां बांधकर, प्रस्तावना बनाकर,
उल्लेख करते नजर आते हैं,
प्र-वचन, विज्ञापन, पर्दे के सामने रहने का शौक.
भाइयो और बहनों
गाय गाय होती है.
भले वह भैंस से पीछे रह गई है.
फिर भी भैस उसके गौमाता के श्रेय को छीन नहीं सकती,
महात्मा गांधी जी ने बकरी में गुण भले देखें हो.
फिर भी गाय के अपने महत्व हैं.
गाय विभिन्न प्रकार के रंगों में पाई जाती है.
इसमें वह भैंस और बकरी को बहुत पीछे छोड़ देती है
दोस्तों मुझे मालूम हुआ है.
दूध में आयरन नहीं होता.
फिर भी गाय के दूध का अध्ययन विशेष प्रयोगशाला से हो तो,
मुझे पूरा भरोसा ही नहीं यकीन है.
आयरन तत्व जरूर मौजूद होगा.
गाय की चर्चा महाभारत काल में विभिन्न विवादों में पेंच फंसा है,
व्यर्थ एवं ऐसे ही नहीं हो सकता.
बाकी पूरा विश्व जानता है,
हमने सिर्फ़ बातें की.
विज्ञान ने खोज कर हमारे सामने उपकरण उपलब्ध करा दिए है.
पिछले सत्तर साल में गायों पर संरक्षण पर कोई काम नहीं हुए.
हमने इनका प्रयोग
अपनी व्यक्तिगत खोज मॉब लिंचींग में प्रयोग कर साक्षात्कार कर दिया है.
मेरी अपनी योजना के अनुसार,
पाकिस्तान
मुसलमान
आरक्षण के खिलाफ हमारी सरकार ने अतुल्य कार्यःकर भारतवर्ष को ऊंचाई प्रदान की हैं
दोस्तों
मन की बात
और
पेट के अफारे में पाद.
अति महत्वपूर्ण भूमिका रखते हैं