*मनः संवाद—-*
मनः संवाद—-
01/09/2024
मन दण्डक — नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)
यति– (14,13,11) पदांत– Sl
खेतीबारी अब उन्नत, किये नये तकनीक से, हर्षित सभी किसान।
वैज्ञानिक उपकरणों से, सहूलियत कृषि कर्म में, मिटे सभी मन म्लान।।
विविध कीटनाशक आये, फसलों के रक्षक बने, लाये नये विधान।
उत्पादकता बढ़ी यहाँ, समुचित पोषण मिल रहा, है निरोग खलिहान।।
जीवन स्तर हुआ सुदृढ़ अब, सुविधाएं बढ़ने लगी, थमा पलायन वाद।
फसलों को मिलती कीमत, अब किसान खुशहाल है, हुए गाँव आबाद।।
दिल्ली ने अब खबर लिया, बिचौलिए हैरान हैं, निपटे त्वरित विषाद।
हैं ग्रामीण सुखद अनुभव, आह्लादित परिवार जन, मिलती सबको दाद।।
— डॉ. रामनाथ साहू “ननकी”
संस्थापक, छंदाचार्य, (बिलासा छंद महालय, छत्तीसगढ़)