मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
मत साथ दो हिंसा का तुम्हें भी नहीं बचाएगी
बैठ आपस में क्यों नहीं करते अमन की बात
लड़ते रहे यूं ही गर अस्तित्व भी मिटा जाएगी
संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश