मत लो मजाक मे (भाग 2)
मत लो मजाक में, सहयोग करो बचाव में।
भूलो ना तीन सूत्र, जीवन आपके हाथ में।।
सजग सभी हो जाओ,लड़ना है तेज वार में,
मत लो मजाक में, बचना है कोरोना मार में।।
मत लो मजाक में, सहयोग करो बचाव में—
प्रथम लहर के बाद भी, भूल रहे थे बचाव में,
देख कर सब सामान्य, ले रहे थे मजाक में ।
द्वितीय लहर का आना,दिखा गया आईना,
आना जाना सतर्क रहो,खड़ा वो भीड़ भाड़ में।।
मत लो मजाक में, सहयोग करो बचाव में—
मत जाओ पास तुम, मत मिलाओ हाथ तुम,
नमस्कार ही संस्कृति, दो मीटर से बात तुम।
बिना मास्क ना बाहर जाना,ये सूत्र है याद में,
मत भूलो हस्त प्रक्षालन, बनो ढाल बचाव में।।
मत लो मजाक में, सहयोग करो बचाव में—
गलतियां जितनी हम करे, आपदा उतनी बहे,
गर लिया मज़ाक़ में,तृतीय की दस्तक रहे।
नो मास्क नो एंट्री, बहुत सख़्त हो जाओ तुम,
है तुमसे ये प्रार्थना, “लहरी” की इस बात में।।
मत लो मजाक में, सहयोग करो बचाव में—
दो गज दूरी– मास्क जरूरी
(रचनाकार कवि:- डॉ शिव लहरी)