मज़ा आता है न तुमको बार-बार मुझे सताने में,
मज़ा आता है न तुमको बार-बार मुझे सताने में,
क्यो भूल जाते हो कि नहीं मिलेगी
कोई मेरे जैसी चाहने वाली इस जमाने में,
यकीन न आए तो फिर आज़माकर देख लो,
तारीफ नहीं करती हूं मैं अपनी मगर ये सच है,
कोई कसर नहीं छोडूंगी तेरा साथ निभाने में।
बस तुम भी इतना करना कि जब भी परेशान हो या कोई गम हो
तो देर न करना मुझे बुलाने में।
कुछ न सोचूंगी मैं न ही कोई सवाल करूंगी तुमसे,
इक पल भी नहीं लगाऊंगी आने में।