मंजिलें
हम दिलों जां से अपनी डगर चल दिए
जिस तरफ दिल कहे हम उधर चल दिए
मंजिलें हैं मगर रास्ते हैं नहीं
हम मुसाफ़िर हुए बेख़बर चल दिए
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़,हरियाणा
हम दिलों जां से अपनी डगर चल दिए
जिस तरफ दिल कहे हम उधर चल दिए
मंजिलें हैं मगर रास्ते हैं नहीं
हम मुसाफ़िर हुए बेख़बर चल दिए
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़,हरियाणा