if you have not anyperson time
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
** हद हो गई तेरे इंकार की **
किसी और को लाइक और फॉलो करने से
*मंत्री जी भी कभी किसी दिन, ई-रिक्शा पर बैठें तो (हिंदी गजल-
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
सुप्त तरुण निज मातृभूमि को हीन बनाकर के विभेद दें।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
यह तुम्हारी नफरत ही दुश्मन है तुम्हारी
"जीत के जीरे" में से "हार की हींग" ढूंढ निकालना कोई "मुहब्बत
आपकी ज़िंदगी यदि लोगों की बातें सुनकर, बुरा मानते हुए गुज़र
रास्ते पर कांटे बिछे हो चाहे, अपनी मंजिल का पता हम जानते है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
घने तिमिर में डूबी थी जब..