भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील
रहल चुनाव जब बार-बार मंचवा से,
दिहनी बचन ओ के जनि बिसराई दीं।
केतना करोड़ लोग रोज मनुहार करे,
काठ बा करेज का ई येतने बताई दीं?
भाषा मारिसस, सूरीनाम ले ई नाम करे,
हक महाराज ये के अब दिलवाई दीं।
आठवीं जवन अनुसूची संविधान के बा,
ओइमें ई नावँ भोजपुरी लिखवाई दीं।
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 27/05/2022